September 16, 2024

baatmuddeki

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SDRF कमांडेंट मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी ड्रोन से की जा रही मोनेटरिंग

एसडीआरएफ रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी, अब तक 3500 यात्रियों को किया गया रेस्क्यू

पहाड़ी मार्ग क्षतिग्रस्त होने के बाद नदी किनारे से किया जा रहा है रोप रेस्क्यू

ड्रोन के माध्यम से भी यात्रा मार्ग पर की जा रही मॉनिटरिंग

लिनचोली थारू कैंप के पास लगातार चल रहा है सर्च अभियान

2 दिन से SDRF उत्तराखंड पुलिस द्वारा स्थानीय पुलिस, NDRF व अन्य बचाव इकाइयों के साथ मिलकर श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग पर फंसे यात्रियों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहे है। सेनानायक SDRF मणिकांत मिश्रा द्वारा रेस्क्यू में लगी एसडीआरएफ टीमों को सोनप्रयाग-गौरीकुंड में रेस्क्यू संबंधी महत्वपूर्ण दिशानिर्देश दिए जा रहे है।

ड्रोन से यात्रा मार्ग की जा रही मॉनिटरिंग

SDRF सेनानायक मणिकांत मिश्रा के निर्देशो पर ड्रोन के माध्यम से अन्य वैकल्पिक मार्ग चिन्हित किये जाने हेतु SDRF टीम द्वारा प्रयास किये जा रहे है, साथ ही यात्रियों की वस्तुस्थिति पर भी नजर रखी जा रही है। पहाड़ी के क्षतिग्रस्त होने के कारण ड्रोन के माध्यम से अन्य वैकल्पिक मार्गो के बारे में कार्य योजना बनाई जा रही हैl

नदी किनारे से SDRF ने रोप रेस्क्यू से किया यात्रियों का रेस्क्यू

कल पहाड़ी पर बनाया गया वैकल्पिक रास्ता रात्रि में पुनः भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त होने पर SDRF टीमों द्वारा नदी के किनारे वैकल्पिक मार्गों से होते हुए यात्रियों को सुरक्षित तरीके से सोनप्रयाग लाया जा रहा है। वही दूसरी ओर लिंचोली में रुके यात्रियों को भी हेलीपेड पहुँचाया जा रहा है, जहाँ हेली के माध्यम से उन्हें वहां से निकाला जा रहा है। आज लगभग 1800 यात्रियों को बाधित मार्ग से पार कराया जा चुका हैं। वर्तमान समय तक SDRF टीमों द्वारा पैदल यात्रा मार्ग पर 3,500 से अधिक यात्रियों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, इसके अलावा श्री केदारनाथ व लिंचोली से हैली के माध्यम से 780 यात्रियों को रेस्क्यू किया गया है।

दो दिनों से लगातार सर्चिंग अभियान में लगी एसडीआरएफ टीम को लिंचोली के पास थारू कैम्प में सर्चिंग के दौरान एक शव मिला है, जिसकी पहचान नही हो पाई है। शव सिविल पुलिस को सौंप दिया गया है।

SDRF के जवानों ने पेश की ईमानदारी की मिसाल

यात्रियों को सकुशल रेस्क्यू करने के साथ ही एसडीआरएफ की टीम ने ईमानदारी की मिसाल भी कायम की है। थारू कैंप, लिनचोली के पास किसी महिला का पर्स प्राप्त हुआ जिसमें 70 से 80 हजार रूपए, मोबाइल फोन व अन्य सामग्री थी। पर्स की जांच करने पर पता चला कि पर्स पूजा कश्यप निवासी दिल्ली का है। उक्त सम्बन्ध SDRF के SI प्रेम प्रकाश द्वारा गहन खोजबीन करते हुए महिला के परिजनों से संपर्क कर पर्स वापस किया गया। खोजबीन के दौरान एसडीआरएफ टीम को प्राप्त अन्य दो पर्स भी जिला पुलिस को सौंपे गए। माना जा रहा है कि जिस दौरान भूस्खलन मलबा आया होगा उस दौरान घबराहट में अपनी जान बचाने को जब लोग भागे तो उनका पर्स और अन्य सामान रास्ते मे ही गिर गया होगा