July 27, 2024

baatmuddeki

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फर्जी रजिस्ट्री के खेल में एक और आरोपी विशाल अरेस्ट,मामलें में लापरवाही के चलते जाखन चौकी प्रभारी को हटाया

राजधानी देहरादून के चर्चित फर्जी रजिस्ट्री घोटाले के मामले में देहरादून पुलिस ने एक और कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विशाल कुमार को मुजफ्फरनगर से गिरफ्तार कर लिया है विशाल के द्वारा ही राजपुर रोड़ जाखन स्थित एक करोड़ो की जमीन से जुड़े 1978 की एक फर्जी रजिस्ट्री तैयार कर प्रॉपटी को खुर्दबुर्द किया गया..आरोप हैं कि इस पूरे फर्जीवाड़े में फ़र्ज़ी रजिस्ट्री घोटालें से जुड़े आरोपी अधिवक्ता कमल विरमानी,वकील इमरान और मास्टरमाइंड कुँवर पाल सिंह की मिलीभगत से ही विशाल कुमार ने धोखाधड़ी को अंजाम दिया था.पुलिस के मुताबिक आरोपी विशाल कुमार के खिलाफ मुजफ्फरनगर सहित कई जगह में हत्या और धोखाधड़ी जैसे संगीन 15 मुकदमे दर्ज हैं.वही आरोपी विशाल यूपी पुलिस रिकॉर्ड में गैंगस्टर और हिस्ट्रीशीटर भी घोषित है..

SIT के मुताबिक फ़र्जी रजिस्ट्री घोटालें के आरोपी से पूछताछ में यह बात प्रकाश में आयी कि विशाल कुमार प्रोपर्टी डीलिंग का काम करता है. हिस्ट्रीशीटर विशाल के खिलाफ मुजफ्फरनगर में भी कई मुकदमें दर्ज हैं..जांच में पता चला कि आरोपी विशाल कुमार 2018 में प्रोपर्टी के सिलसिले में देहरादून आया था. यहाँ उसकी मुलाकात वकील कमल बिरमानी से हुई थी.कमल विरमानी द्वारा ही विशाल को जाखन में स्वरूप रानी की प्रोपर्टी दिखायी गयी.इस दौरान यह भी पता चला कि प्रॉपर्टी की वारिस स्वरूप रानी की मृत्यु हो चुकी है और उनकी 02 लडकियां नोएडा और विदेश में रहती है..जांच में बात सामने आयी की एडवोकेट कमल विरमानी ने ही विशाल कुमार को अपने सहयोगी वकील इमरान के पास भेजा..जिसके बाद विशाल कुमार की मुलाकात के0पी0 सिंह से करायी गयी..और फिर सभी ने मिलकर अपनी अपनी भूमिका निभाते हुए वर्ष 1978 में फर्जी विलेख पत्र बनाकर जाखन स्थित प्रोपटी स्वरूप रानी से विशाल कुमार के पिता मांगेराम के नाम विलेख पत्र रजिस्ट्री कार्यालय में दर्ज करा दिया.. जिसके बाद मांगे राम के नाम से बतौर वसीयत विशाल कुमार के नाम होना दिखाया गया.