
हरियाणा के पंचकूला में एक ही परिवार के 07 सदस्यों द्वारा आत्महत्या करने वाला परिवार कुछ सालों तक देहरादून में भी किराए के मकान पर रह चुके है देहरादून कौलगढ़ के राघव विहार में नौटियाल निवास मकान नंबर 274 में तकरीबन तीन साल तक रहे और जब मकान के मालिक नौटियाल जी ने मकान बेचा तो 2023 में मृतक नरेश मित्तल का परिवार किराए का मकान खाली कर चले गए थे पुलिस जानकारी के मुताबिक नरेश मित्तल NGO चलाते थे।
पंचकुला में 7 लोगों ने सोसाइड कर अपनी जान दे दी। जिनकी पुस्टि प्रवीण मित्तल के नाम से हुई। प्रवीण मित्तल कुछ साल पहले अपने परिवार के साथ देहरादून में रहते थे। देहरादून में मित्तल परिवार के पड़ोसियों ने बताया कि वह हरियाणा के रहने वाले थे उनके तीन बच्चे थे और 3 साल पहले वह चंडीगढ़ शिफ्ट हो गए उनके कर्ज़े को लेकर कोई जानकारी नहीं है। साधारण परिवार था हालांकि परेशानी में रहते थे।
प्रवीण मित्तल की एक अन्य पड़ोसी राजकुमारी नौटियाल के अनुसार, यह परिवार काफी साधारण था। उनकी मां बीमार रहती थीं, प्रवीण मित्तल का प्रेम विवाह हुआ था जिनके बीच पड़ोसियों ने कभी कोई लड़ाई झगड़ा होते नही देखा और उनके तीन बच्चे भी थे जिनमें हार्दिक,दुर्विका और डलिसा नाम था जोकि देहरादून के ब्लूमिंग बर्ड स्कूल में पढ़ते थे। ससुर की एक दुकान टपकेश्वर मंदिर के पास खुलवाई थी । यह परिवार लगभग एक साल पहले अपने ससुर के साथ चंडीगढ़ शिफ्ट हो गया था इससे पहले वे करीब तीन साल कोलागढ़ में रहे,उसके बाद चंडीगढ़ चले गए।हालांकि पड़ोसियों ने कर्ज में डूबने की बात के बारे में जानकारी होने से इनकार किया है
वही घटनास्थल से जो वाहन मृतक के पास मिला है, वह मालदेवता देहरादून के गंभीर सिंह नेगी के नाम पर पंजीकृत है, जिनके संपर्क करने पर उनके द्वारा बताया गया कि उनकी मृतक प्रवीण मित्तल से NGO के काम के सिलसिले में मुलाकात हुई थी। मृतक पूर्व में चाइल्ड लाइफ केअर मिशन नाम से NGO चलाता था। इसी दौरान मित्रता के चलते गंभीर नेगी ने उक्त वाहन अपने नाम पर फाइनेंस करवाया था, जिसे वर्तमान में मृतक चलाता था।




