केदार भंडारी की मौत मामला परिजनों ने की CBI जांच की मांग,पुलिस पर लगाए ये आरोप

देहरादून
पौड़ी के लक्ष्मणझूला थानें पर मृतक केदार के परिजनों का गंभीर आरोप।।
लक्ष्मणझूला थानें से लेकर गंगा में छलांग लगाने तक कि थ्यूरी पर परिजन अशांतुष्ट।।
पीड़ित पिता के मुताबिक बिना किसी शिकायत FIR के केदार को क्यों रखा गया पुलिस हिरासत में।।
उत्तररकाशी निवासी मृतक केदार 18 अगस्त को अग्निवीर भर्ती के लिए घर से हुआ था रवाना।।
20 को कोटद्वार में भर्ती देने के बाद 21 को पहुंचा था ऋषिकेश।।
जानकारी के मुताबिक 22 अगस्त को तपोवन चौकी पुलिस केदार को होटल से लेकर आई थी साथ।।
परिजनों के मुताबिक किसी बात को लेकर केदार का होटल कर्मियों के साथ हुआ था विवाद।।
होटल की तरफ से ही स्थानीय पुलिस को सूचना से बुलाया गया था मौके पर।।
रात तकरीबन 9 बजे बड़े भाई गंभीर से फोन पर हुई थी बात।।
तपोवन चौकी पहुंचने पर पुलिस ने केदार नाम के युवक का चौकी में होने से कर दिया था इनकार।।
पीड़ित पिता के मुताबिक 22 अगस्त की साय थानाध्यक्ष लक्ष्मणझूला के सरकारी नंबर से केदार के गंगा नदी में छलांग लगाने की मिली थी सूचना।।
पुलिस की जुबानी जो परिजनों को बताई 22 अगस्त को तपोवन पुलिस ने केदार को लिया हिरासत में और सुबह 10 बजे लक्ष्मणझूला पुलिस को सौंपा।।
इसी तरह के तमाम सवाल मृतक केदार के परिजनों द्वारा किए जा रहे है जिनका संतोषजनक जवाब उन्हें अब तक नही मिला है।।
केदार के परिजनों को उत्तराखंड पुलिस पर कतई विश्वास नही है इसीलिए पूरे मामलें की सीबीआई जांच करवाने की मांग रखी है।।
पीड़ित परिवार ने सरकार से न्याय की गुहार लगाते हुए सभी दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग की है।।
साथ ही पूरे लक्ष्मण झूला थानें में तैनात जिम्मेदार दारोगा और पुलिस कर्मियों को बर्खास्त करने की मांग की है।।
प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन तमाम बिंदुओं पर पीड़ित पिता ने सवाल खड़े किए है जिनका जवाब अब तक पुलिस नही दे सकी है।।
वही पुलिस मुख्यालय स्तर से DIG गढ़वाल को पूरे मामलें में निष्पक्ष जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है।।




