उत्तराखंडदेहरादून

जेलों में हो रहा बच्चों के अधिकारों का हनन,डॉक्टरों की कमी के चलते समय पर नही मिल पा रहा ईलाज

दिल्ली से उत्तराखंड पहुंची 6 दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड पहुंची राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम ने देहरादून,हरिद्वार और टिहरी में कई स्थानों का औचक निरीक्षण किया जिसमें मुख्य तौर पर जेल,अस्पताल,वर्धआश्रम,बाल ग्रह, अस्पताल रहे
राष्टीय मानवाधिकार के स्पेशल मॉनिटर बालकृष्ण गोयल ने बताया कि यहाँ संचालित हो रहे वर्धआश्रम बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रहे हैं जो बड़ी लापरवाही है इसके अलावा भी उन्होंने कई खामियां पाई है जिन्हें सुधारने के निर्देश दिए गए है

तो वही देहरादून की जेल में पहुंच कर निरीक्षण में उन्होंने कैदियों की स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर चिंता जाहिर की है जेल में डॉक्टरों की कमी,ब्लड टेस्ट के लिए बाहर ले जाना पड़ता है और उसके लिए भी समय पर पुलिस बल उपलब्ध न होने से ईलाज में देरी होती है इसके अलावा महिला कैदियों के लिए एक भी महिला डॉक्टर तैनात नही है जिसकी वजह से महिला कैदियों को सही समय पर उपचार नही मिल पा रहा है इसके साथ ही महिला कैदियों के साथ जेल में रह रहे छोटे बच्चों को शिक्षा का अधिकार नही मिल पा रहा है जिसके लिए बालकृष्ण गोयल ने जेल प्रशासन को तत्काल सभी बच्चों का दाखिला नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्रों में करवाने के निर्देश दिए हैं वही सोमवार को राष्ट्रीय मनाधिकार के स्पेशल मॉनिटर बालकृष्ण गोयल ने उत्तराखंड के राज्यपाल से मुलाकात कर निरीक्षण में पाई तमाम खामियों को साझा किया है जिसमें जल्द सुधार करवाने का राज्यपाल ने विश्वास भी दिलाया है ।राज्यपाल से हुई मुलाकात के बाद बालकृष्ण गोयल ने बताया कि जल्द ही उनके द्वारा इसकी विस्तृत रिपोर्ट राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग मुख्यालय को सौंप दी जाएगी

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button